बाढ़ से जन-जीवन प्रभावित।
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इन दिनों लगभग पूरा असम में बाढ़ की चपेट में है। असम की प्रमुख नदियां ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। पिछले दो दिनों से भले ही बारिश कम हुई हो, लेकिन अभी भी संकट टला नहीं है। अभी तो आषाढ़ है सावन आना अभी बाकी है। घर पानी में डूब गए हैं। खेतों में फसल नहीं बल्कि पानी बह रही है। पशुधन का भारी नुकसान हुआ है। घर छोड़ कर, राहत शिविरों और सड़क किनारे अस्थायी कैंपों में बसने का दर्द, आंखों से आंसू बनकर छलक पड़ते हैं। कहते हैं कि घर में जो फसल रखा था वह सब कुछ पानी में डूब गया। हमें अगले साल की चिंता नहीं है, तब तो नई फसल आ जाएगी, लेकिन तब तक क्या खाएंगे, यह सबसे बड़ी चिंता है। इस बीच अमर उजाला ने असम के तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ जिले के बाढ़ के हालातों का जायजा लिया और हालातों को जानने की कोशिश की।