हथकड़ी, arrest
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धन शोधन निरोधक एजेंसी के अनुसार, पूर्व आयकर अधिकारी और मुख्य आरोपी तानाजी अधिकारी ने शान-शौकत से जीवन जिया और अपराध की आय (पीओसी) का उपयोग करके भारत में कई स्थानों पर संपत्ति अर्जित की। यह मामला आयकर विभाग से 263.95 करोड़ रुपये के टीडीएस रिफंड के कथित धोखाधड़ी से सृजन और जारी करने से जुड़ा है।
पीएमएलए अदालत में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल
इस मामले में पुरुषोत्तम चव्हाण को मई में गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों में पूर्व आयकर अधिकारी तानाजी मंडल अधिकारी, भूषण पाटिल, राजेश शेट्टी और राजेश बत्रेजा शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में मुंबई की पीएमएलए अदालत में आईपीएस अधिकारी के पति समेत छह लोगों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया है।
विशेष न्यायाधीश ने लिया सप्लीमेंट्री चार्जशीट का संज्ञान
धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मामलों के लिए विशेष न्यायाधीश ए. सी. डागा ने सोमवार को सप्लीमेंट्री चार्जशीट का संज्ञान लिया, जिसमें कहा गया कि प्रथम दृष्टया सभी आरोपी धन शोधन की प्रक्रिया में शामिल प्रतीत होते हैं। मामले में अदालत ने कहा कि चार्जशीट में लगाए गए आरोपों और आरोपियों को दी गई भूमिकाओं के सावधानीपूर्वक अध्ययन से साफ पता चलता है कि वे सभी या तो आपराधिक गतिविधियों से संबंधित अपराध की आय के सृजन का हिस्सा हैं।