VIDEO | Indian cricket team greets overjoyed fans during its victory parade at Marine Drive in Mumbai. pic.twitter.com/FeM8f1mPT6
— Press Trust of India (@PTI_News) July 4, 2024
यात्रा के बाद ऐसे दिखे हालात
इस यात्रा के बाद सड़क पर चप्पलें बिखरी हुई थीं और मरीन ड्राइव के आसपास खड़ीं कारों की छतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिससे भीड़ की तस्वीर उभर कर सामने आई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रशंसक कारों की छतों पर चढ़ गए थे और खुशी में नाचने लगे थे, जिससे कारों को नुकसान पहुंचा।
#WATCH | Maharashtra: Footwear scattered everywhere at Mumbai’s Marine Drive after the T20 World Cup victory parade.
According to Mumbai Police, the conditions of several fans gathered had deteriorated- some got injured and some had trouble breathing. pic.twitter.com/PvHjZKfPrn
— ANI (@ANI) July 4, 2024
युवती बेहोश गिरी
वहीं, फैंस की भारी भीड़ के बीच एक युवती बेहोश हो गई, जिसे एक पुलिसकर्मी ने कड़ी मशक्कत के बाद बचाया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। भीड़ में कई लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आई है।
कुप्रबंधन की शिकायतें मिलीं
वीडियो और तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह की स्थिती रही होगी। वहीं, विक्ट्री परेड के दौरान कुप्रबंधन की शिकायतें भी मिली हैं। विक्ट्री परेड को देखने गए ऋषभ महेश यादव ने कहा कि वह भीड़ के धक्का लगने से फिसल गए थे और बाद में सांस लेने में दिक्कत हुई और बेहोश हो गए।
उन्होंने बताया, ‘भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। मैं गिर गया और दम घुटने लगा। बाद में मैं बेहोश हो गया और मुझे पास के अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल मैं अब ठीक महसूस कर रहा हूं। भीड़ जरूरत से ज्यादा थी। कुप्रबंधन था। पुलिस भी सतर्क नहीं थी।’
ऑफिस से लौट रहे रवि सोलंकी ने भी इसी तरह का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘भीड़ बढ़ती जा रही थी। पुलिस स्थिती को नहीं संभाल पा रही थी। कुछ लोगों के एक दूसरे के ऊपर बेहोश होकर गिरने के बाद लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया। स्थिती को बिल्कुल सही से नियंत्रित नहीं किया गया था। व्यवस्था संभालने वाला कोई नहीं था। यह पूरी घटना रात सवा आठ बजे से पौने नौ बजे के बीच में हुई थी।
विक्ट्री परेड के कारण दक्षिण मुंबई में भारी ट्रैफिक जाम लग गया और पुलिस ने मरीन ड्राइव की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही रोक दी, जिससे वैकल्पिक मार्गों पर अफरातफरी मच गई। वहीं, वानखेड़े स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था, जहां बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने खिलाड़ियों को 125 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया।