मेजर मुस्तफा बोहरा की मां फातिमा बोहरा को राष्ट्रपति मुर्मू ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया
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‘सैनिक मरते नहीं हैं, बल्कि वो लोगों के दिलों में एक और जीवन जीते हैं’, यह बात मेजर मुस्तफा बोहरा की मां फातिमा बोहरा ने कही है, जिनके बेटे ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया,अद्भुत साहस के लिए उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र मिला है।
अशोक चक्र और कीर्ति चक्र के बाद शौर्य चक्र भारत का तीसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है।
राष्ट्रपति ने वीरता के लिए 10 कीर्ति चक्र और 26 शौय चक्र दिए
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान अद्म्य साहस और असाधारण वीरता प्रदर्शित करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों के सैनिकों को सात मरणोपरांत सहित 10 कीर्ति चक्र से सम्मानित किया।
सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक रक्षा अलंकरण समारोह के दौरान सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को सात मरणोपरांत सहित 26 शौर्य चक्र भी प्रदान किए।