SEBI
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बाजार नियामक सेबी ने फ्रंट रनिंग मामले में क्वांट म्यूचुअल फंड के मुंबई और हैदराबाद कार्यालयों में छापेमारी की है। छापे में कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जांच से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, भारतीय प्रतिभूति एवं विनियामक बोर्ड (सेबी) की निगरानी प्रणाली ने अलर्ट जारी किया कि संदिग्ध संस्थानों के लेनदेन क्वांट म्यूचुअल फंड के लेनदेन से काफी मेल खा रहे हैं। इसलिए, सेबी को संदेह पैदा हुआ कि क्वांट के किसी डीलर या फंड के ऑर्डर संभालने वाली ब्रोकिंग कंपनी ने ट्रेड संबंधी जानकारी लीक की होगी।
सेबी के छापे के बाद क्वांट म्यूचुअल फंड ने कहा, वह जांच में बाजार नियामक की सहयोग कर रहा है। वह सेबी को सभी जरूरी डाटा मुहैया कराएगा और पारदर्शिता बनाए रखेगा। क्वांट के पास 80 लाख फोलियो है। निवेशकों के निवेश का मूल्य यानी एयूएम 93,000 करोड़ रुपये है। 2017 में जब यह फंड हाउस शुरू हुआ था, तब इसका एयूएम सिर्फ 100 करोड़ रुपये था।
गैर-कानूनी है फ्रंट रनिंग…फ्रंट रनिंग गैर-कानून धंधा है। इसके जरिये कोई ब्रोकर बड़े ऑर्डर से पहले गोपनीय जानकारी के आधार पर किसी कंपनी के शेयर खरीदता या बेचता है ताकि वह कीमतों में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमा सके। फ्रंट रनिंग के जरिये मुनाफा कमाने के लिए उन निजी जानकारियों का लाभ उठाया जाता है, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं।