सर्व हिंदू समाज के कार्यक्रम में स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज और अन्य।
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राहुल गांधी के संसद में हिंदुओं पर दिए गए बयान का हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध किया है। नौ जुलाई को राहुल गांधी के बयानों का विरोध करते हुए हिंदू संगठनों ने कहा कि कांग्रेस लगातार हिंदुओं के विरोध में बयान देती रही है। पहले भी उसके नेता अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए एक वर्ग विशेष को खुश करने के लिए ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द को गढ़ने की कोशिश कर रहे थे। आज राहुल गांधी उसी परंपरा को आगे बढाते हुए हिंदुओं को हिंसक बताने का प्रयास कर रहे हैं। हिंदू संगठनों ने अपील किया है कि राहुल गांधी अपने इस बयान के लिए हिंदू समाज से क्षमा याचना करें। हिंदू संगठनों का यह विरोध राहुल गांधी के उस बयान के विरोध में है, जिसमें उन्होंने लोकसभा में भाजपा पर हमला करते हुए उसे हिंदुओं का असली प्रतिनिधि न होने और उनके हिंसक होने का आरोप लगाया था।
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज ने विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में एक बयान दिया गया है कि हमने अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन को हरा दिया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक और चुनावी लड़ाई के बीच राम मंदिर आंदोलन को हराने की बात कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन को चुनावी राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या हमारी है, हमारी थी और हमारी ही रहेगी। अयोध्या को हिंदू समाज ने लाखों लोगों का बलिदान देकर प्राप्त किया है। इसे छीनने का स्वप्न किसी को नहीं देखना चाहिए। स्वामी जी ने कहा कि हमने अयोध्या को लिया है, अब काशी और मथुरा भी लेंगे। ये हमारे हिंदू समाज का संकल्प है और यह पूरा होकर रहेगा। हिंदू समाज ने ढांचा भी गिराया और देश की सर्वोच्च अदालत से निर्णय के द्वारा श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर भी बनाया।
सर्व हिंदू समाज द्वारा मंगलवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में हिंदू शक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्व हिंदू समाज ने सभी हिंदू विरोधी ताकतों का विरोध किया। संगठनों ने कहा कि ऐसे लोग हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा न लें। हिंदुओं की शांतिप्रियता, सहनशीलता और बंधुत्व की भावना को उसकी कमजोरी न समझा जाए। विश्व हिंदू परिषद के नेता कपिल खन्ना, सुरेन्द्र गुप्ता, स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज, राहुल भंते, सुरेन्द्र अवधूत, कालका जी मंदिर और डॉ. चारू कालरा ने सर्व हिंदू समाज एवं संगठनों का प्रतिनिधित्व किया। सभा में हजारों की संख्या में पहुंचे हिंदू समाज के लोगों ने संसद में हिंदुओं के अपमान पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में संत समाज, बहनें, जैन समाज, सिख समाज, बौद्ध समाज, अनुसूचित समाज, घुमंतू समाज इत्यादि के साथ संपूर्ण हिंदू समाज का प्रतिनिधित्व रहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जैन संत साध्वी दीप्ति ने कहा कि हम पहले हिंदू हैं, और बाद में जैन। वाल्मीकि पंचायत के अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर बनाने वाले कारीगरों के चरण धोए थे। वे सबको साथ लेकर चलने की बात कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग हमें हिंसक बताने का प्रयास कर रहे हैं। यह स्वीकार नहीं है। विश्व हिंदू परिषद् के दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि समाज की जो इम्यूनिटी कमजोर हुई है, उस पर भी चर्चा होनी चाहिए।