योग दिवस
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व मंगलवार को सभी देशवासियों से योग को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि योग से हमें असीम शांति मिलती है। हम जीवन की चुनौतियों का सामना शांति और धैर्य के साथ कर सकते हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट की एक शृंखला में कहा कि अब से दस दिन बाद, 21 जून को दुनिया 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएगी, जो एकता और सद्भाव की एक शाश्वत पद्धति का उत्सव है। उन्होंने कहा कि योग ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार कर लिया है और इसने समग्र कल्याण की तलाश में विश्व के लाखों लोगों को एकजुट किया है।
प्रधानमंत्री बोले- योग की उत्पत्ति भारत में हुई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक साधना है, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई। आज यह विश्वभर में विभिन्न रूपों में प्रचलित है और इसकी लोकप्रियता निरन्तर बढ़ रही है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग अभ्यास से होने वाले लाभ के बारे में दुनियाभर में जागरूकता बढ़ाना है। इसकी शुरुआत का प्रस्ताव भारत की ओर से प्रस्तावित किया गया था और 175 देशों ने इसका समर्थन किया था।