अजित पवार
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ स्थानीय निकाय चुनावों की भी तैयारी चल रही है। इसे लेकर महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार का कहना है कि महायुति के सहयोगी दल अपने दम पर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं। महाराष्ट्र के पिंपरी छिंछवाड़ में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजित पवार ने दावा किया कि स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने से महायुति को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, ‘भले ही लाकसभा और विधानसभा चुनाव में हम गठबंधन में चुनाव लड़े हैं लेकिन, स्थानीय निकाय चुनाव में महायुति के सदस्य स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ सकते हैं।’ आपको बता दें कि महाराष्ट्र में अभी नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत और जिला परिषद चुनावों की तारीखों का एलान अभी नहीं हुआ है। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी और अजित पवार नीत राकांपा शामिल हैं।
अजित पवार ने कहा, ‘पिंपरी छिंछवाड़ का मतलब अजित पवार है और अजित पवार का मतलब पिंपरी छिंछवाड़ है। इस तथ्य को कोई नकार नहीं सकता।’ आपको बता दें कि हाल ही में शरद पवार ने दावा किया था कि उन्होंने पिंपरी छिंछवाड़ का विकास किया है। इसके ठीक बाद अजित पवार का बयान सामने आया है। पिंपरी छिंछवाड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा, ‘हमारी सरकार ने पिंपरी छिंछवाड़ की सूरत बदली है। पहले यहां छोटे-छोटे गांव हुआ करते थे। हम यहां सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान खुलवाए और स्थानीय युवाओं को नौकरियां प्रदान की गईं।’ अजित पवार ने इसके साथ ही कहा कि जब भी स्थानीय निकाय चुनाव होंगे, उस दौरान हर वर्ग और समाज से नए और पुराने चेहरों को मैदान में उतारा जाएगा।
हाल ही में बारामती की सांसद सुप्रिया सुले ने दावा किया था कि अजित पवार ने एक बैठक के दौरान शरद पवार को सवाल पूछने से रोका था। सुले ने कहा कि शरद पवार विकास निधि से जुड़ा सवाल पूछ रहे थे, तो अजित पवार ने यह कहकर उन्हें रोक दिया कि वे सांसद और विधायक निधि के बारे में सवाल नहीं पूछ सकते। इसे लेकर अजित पवार ने अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, ‘सुप्रिया सुले ने दावा किया कि मैंने पवार साहेब का अपमान किया है। मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं और इसलिए मैं उनका अपमान नहीं कर सकता।’ अजित पवार ने आरोप लगाया कि सुप्रिया सुले, गलतफहमी पैदा करने और सहानुभूति हासिल करने के लिए ऐसा बयान दे रहीं हैं।