कनिष्क नारायण
– फोटो : एएनआई / रॉयटर्स
विस्तार
ब्रिटेन के आम चुनाव में वेल्स से लेबर पार्टी उम्मीदवार के रूप में भारतवंशी कनिष्क नारायण ने जीत हासिल की है। नारायण बिहार के मुज्जफरपुर से संबंध रखते हैं। करीब दो महीने पहले कनिष्क अपने परिवार के साथ एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत आए थे। इधर, कनिष्क के सांसद बनने के बाद मुजफ्फरपुर के दामुचक में जश्न मनाया गया। जयंत कुमार ने कहा, हमारे पास दोस्तों और परिवार के बधाई संदेशों और कॉलों का तांता लगा हुआ है। कनिष्क को एक गौरवान्वित बिहारी और पहले भारतीय होने पर गर्व है।
कनिष्क के चाचा जयंत कुमार एसकेजे लॉ कॉलेज के निदेशक हैं। उन्होंने कहा कि कनिष्क मेरे छोटे भाई का बेटा है। उसने चुनाव में भाग लेने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। वह हमेशा से राजनीति में रहा है। उनके भतीजे ने न सिर्फ मुजफ्फरपुर, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
तीसरी कक्षा तक मुज्जफरपुर में पढ़े कनिष्क
33 वर्षीय कनिष्क का जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ। उन्होंने तीसरी कक्षा तक मुज्जफरपुर से ही पढ़ाई की। वह पहले सिविल सेवा में थे। चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में प्रवेश किया।
मुजफ्फरपुर जिला बोर्ड के अध्यक्ष रहे कनिष्क के दादा
मूल रूप से वैशाली जिले के रहने वाले कनिष्क के दादा कृष्ण कुमार और दादी वीणा देवी कई साल पहले मुजफ्फरपुर में बस गए थे। कृष्ण कुमार मुजफ्फरपुर जिला बोर्ड के अध्यक्ष और एसकेजे लॉ कॉलेज के संस्थापक थे। कनिष्क के पिता संतोष कुमार और मां चेतना सिन्हा एसकेजे लॉ कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली चले गए। कनिष्क ने कुछ समय के लिए दिल्ली के साकेत स्थित एपीजे स्कूल में पढ़ाई की। जब कनिष्क 12 वर्ष के थे, तब वे अपने माता-पिता के साथ ब्रिटेन चले गए। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा प्रसिद्ध ईटन ऑक्सफोर्ड से की, वही कॉलेज जहां से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।