असम में बाढ़ (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : ANI
विस्तार
उत्तर और पूर्वी भारत जहां प्रचंड गर्मी से झुलस रहा है, वहीं पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में बारिश ने कहर बरपाया है। असम में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। ब्रह्मपुत्र समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं। मेघालय वर्षा जनित घटनाओं में दो लोगों की मौत हुई है और अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। चेन्नई में उड़ानों पर असर पड़ा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वोत्तर के राज्यों, खासतौर पर मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर में अगले तीन से पांच दिन भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन राज्यों में 20 सेंटीमीटर से भी अधिक वर्षा हो सकती है। असम में तो पिछले कई दिनों हो रही बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र और बराक के अलावा विभिन्न सहायक नदियों के जलस्तर बढ़ता जा रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि राज्य में बाढ़ से 309 गांवों के 1.05 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के 14 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। आने वाले दिनों में भारी बारिश होने पर हालात और बिगड़ने की आशंका बढ़ गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक कामपुर में कपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ पीड़ित सरकार की ओर से बनाए गए 3,168 आश्रय शिविरों में शरण ले रहे हैं। राज्य के करीमगंज, लखीमपुर, तामुलपुर, बोंगईगांव, उदलगुड़ी, दरांग, धेमाजी, नगांव, होजाई, चिरांग, बारपेटा, बक्सा, नलबाड़ी और ग्वालापाड़ा जिलों में बाढ़ से जन जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। करीमगंज में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां कई घरों में बाढ़ का पानी घुसने से इलाके में स्थिति गंभीर हो गई है।