Medical, Doctor
– फोटो : istock
विस्तार
देश की चिकित्सा शिक्षा में पारदर्शिता के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने सभी मेडिकल कॉलेजों का विवरण सार्वजनिक करने का फैसला लिया है। राज्यों के लिए जारी आदेश में एनएमसी ने कहा है कि कामकाज में पारदर्शिता के चलते अंडर ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड ने यह फैसला लिया है, जिसके तहत एमबीबीएस पाठ्यक्रम चलाने वाले मेडिकल कॉलेजों के सभी विवरण सार्वजनिक किए जाएंगे।
यह पूरी जानकारी आम जनता के लिए उपलब्ध होगी। जब भी कोई व्यक्ति चाहे तो वह यह पता कर सकेगा कि किस मेडिकल कॉलेज के पास कितना बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध है। इतना ही नहीं, अक्सर कर्मचारियों की हाजिरी को लेकर कई तरह के विवाद और चर्चाएं सामने आती हैं। इस फैसले के बाद फैकल्टी से लेकर अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति और संख्या भी सार्वजनिक होगी। एनएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी का यहां तक कहना है कि इस फैसले का सबसे बड़ा लाभ यह रहेगा कि मेडिकल कॉलेजों के दावों की सच्चाई सामने रहेगी। कई बार जमीनी स्तर की सच्चाई अलग होती है, जिसके बारे में आम जनता को अधिक जानकारी रहती है। हर साल सीट बढ़ोतरी या मान्यता लेने के लिए मेडिकल कॉलेज अपनी जानकारी आयोग तक पहुंचा रहे हैं, जिसे एनएमसी की वेबसाइट पर ही सार्वजनिक तौर पर रखा जाएगा।
बोर्ड के निदेशक शम्भू शरण कुमार ने जारी आदेश में कहा कि बड़े पैमाने पर जनता इन मेडिकल कॉलेजों का विवरण प्राप्त कर सकती है। यह एनएमसी की वेबसाइट पर मौजूद वार्षिक विकल्प के तहत मौजूद रहेगी जो शैक्षणिक वर्ष 2024-25 से लागू रहेगा।