किरेन रिजिजू, राहुल गांधी और जेपी नड्डा
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लोकसभा के अंदर और बाहर राहुल गांधी के बयान पर हंगामा मच गया। सदन के भीतर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर सवाल खड़े किए तो सदन के बाहर भी भाजपा नेताओं ने राहुल के बयान पर कड़ा विरोध दर्ज किया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा था कि सत्तारूढ़ दल के नेता हिंदू नहीं हैं क्योंकि वे हिंसा और बंटवारे की राजनीति को बढ़ावा देते हैं।
तत्काल माफी मांगें राहुल गांधी- जेपी नड्डा
एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समाज को हिंसक बाताया है। उधर गृहमंत्री अमित शाह और अन्य मंत्रियों ने भी कांग्रेस नेता से माफी मांगने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा ‘राहुल गांधी को अपने बयान के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। हिंदुओं के खिलाफ ऐसी नफरत रुकनी चाहिए।’ जेपी नड्डा ने आगे लिखा है कि राहुल गांधी के बयान से स्पष्ट होता है कि उनमें मानवता नहीं बची है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार राहुल गांधी भले ही पांचवीं बार सांसद बने हों लेकिन अब तक उन्हें संसदीय नियमों की जानकारी नहीं है।
सदन में झूठ बोला है कि नियमों का सामना करना पड़ेगा- रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू का कहना है कि अगर विपक्ष के नेता ने सदन में झूठ बोला है तो उन्हें सदन के नियमों का सामना करना पड़ेगा। रिजिजू ने आगे कहा कि लोकसभा स्पीकर ने पहले ही सदन में आश्वासन दिया है कि वे इस संबंध में आवश्यक और उचित निर्देश देंगे।