अरुणाचल प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन और बाढ़ का कहर
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अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण गुरुवार को सात जिलों से आवागमन टूट गया है। भूस्खलन के कारण एनएच-13 का पासीघाट-पंगिन-आलो का एक हिस्सा प्रभावित हुआ है। हालांकि पीडब्ल्यूडी रास्ते को साफ कर यातायात साफ करने की कोशिश कर रहा है। कई अन्य स्थानों पर भी यातायात व्यवस्था धड़ाम हो चुकी है।
लगातार बारिश के कारण अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी सियांग जिले के आलो में पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। निचले सियांग जिले में लिकाबाली टाउनशिप में पानी की आपूर्ति को भी बाढ़ और भूस्खलन के कारण काफी नुकसान हो रहा है। गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के सात जिलों से संपर्क टूट गया। दरअसल गुरुवार को भूस्खलन के कारण पासीघाट-पांगिन-आलो मार्गपर एनएच-13 एक हिस्सा बुरी तरह प्रभावित हुआ। सियांग जिले में लोकपेंग और पंगिन ट्राई-जंक्शन के बीच एक चट्टान के कारण एनएच-13 को ब्लॉक कर दिया। पीडब्ल्यूडी राजमार्ग के सहायक अभियंता गेमर पाडू ने बताया कि हल्के मोटर वाहनो को गुजारने के लिए लगातार मशीनरी से सड़क को साफ किया जा रहा है।
भूस्खलन के कारण जिलों में सियांग, पूर्वी सियांग, ऊपरी सियांग, पश्चिमी सियांग, शि योमी, लेपराडा और ऊपरी सुबनसिरी से संपर्क टूट गया है। कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण निगमोई-आलो बाईपास सड़क भी अवरुद्ध हो गई है। अपर सियांग जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी वाई जेरांग ने कहा कि भूस्खलन के कारण रणनीतिक तूतिंग उप-मंडल का संपर्क शेष जिले से कट गया है। उन्होंने कहा कि 29 जून को मोयिंग और मिगिंग गांवों में कई स्थानों पर भारी भूस्खलन के बाद उप-मंडल पूरी तरह से कट गया। उन्होंने कहा कि तूतिंग जाने वाले यात्री अपर सियांग के जिला मुख्यालय यिंगकिओंग में फंसे हुए हैं। पीडब्ल्यूडी राजमार्ग विभाग के अधिकारी के हवाले से डीआईपीआरओ ने कहा कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो सड़क को पूरी तरह से बहाल करने में कम से कम एक सप्ताह का समय लगेगा।