तमिलनाडु में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि अब तक गिरफ्तार किए गए लोग असली अपराधी नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से पीड़िता को न्याय सुनिश्चित करने के लिए जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने का आग्रह किया।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद ने तमिलनाडु बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष के. आर्मस्ट्रांग को श्रद्धांजलि दी। शहर के पेरंबूर में एक निजी स्कूल में 52 वर्षीय नेता के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
उन्होंने यह भी कहा कि देर शाम हमलावरों के एक समूह द्वारा जिस तरह से आर्मस्ट्रांग की हत्या की गई, उससे पता चलता है कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। सीएम स्टालिन को आर्मस्ट्रांग के लिए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए और जांच को केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंपना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ‘असली दोषियों को पकड़ा नहीं गया है। जांच सीबीआई को सौंपी जाए। हमें उम्मीद नहीं है कि राज्य सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी। इसलिए इस मामले को तुरंत सीबीआई को सौंपा जाए।’
कानून व्यवस्था को अपने हाथ में न लें
बसपा नेता ने कहा कि आर्मस्ट्रांग की हत्या के बाद पूरे राज्य के दलित डर में हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। पार्टी ने मामले को गंभीरता से लिया है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता कानून व्यवस्था को अपने हाथ में न लें।
उन्होंने कहा, ‘मैं राज्य सरकार और विशेष रूप से सीएम से आग्रह करती हूं कि उन्हें राज्य में कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए। विशेष रूप से कमजोर वर्गों को सुरक्षित महसूस करना चाहिए। अगर सरकार गंभीर होती तो असली आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार कर लिया गया होता। मगर अब ऐसा नहीं है तो हम राज्य सरकार से मामले को सीबीआई को सौंपने का आग्रह करते हैं।’
हम चुप नहीं बैठेंगे
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है और हम चुप नहीं बैठेंगे। हमारी राज्य इकाई चुप नहीं बैठेंगी और इस मामले को सीबीआई को सौंपने के लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाएगी। मैं भगवान से प्रार्थना करूंगी कि उनके परिवार और समर्थकों को यह दुख सहन करने की शक्ति दे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए पार्टी और कैडर को आगे आना चाहिए। मगर साथ ही, कानून की सीमा के भीतर रहना चाहिए और यह दिखाना चाहिए कि कमजोर वर्ग कानून अपने हाथ में नहीं लेता है।’
बदले के लिए की गई है हत्या?
पुलिस को संदेह है कि पिछले साल गैंगस्टर अर्कोट सुरेश की हत्या से यह मामला जुड़ा हो सकता है। हो सकता है कि सुरेश की हत्या का बदला लेने के लिए आर्मस्ट्रांग की हत्या की गई हो। उत्तरी चेन्नई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) असरा गर्ग ने बताया कि हम पूछताछ कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि पूर्व में की गई हत्या के कारण यह हत्या की गई है। हमने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। हमने सात खून से सने हथियार, एक जोमैटो टी-शर्ट, एक जोमैटो बैग और तीन बाइक जब्त की हैं, जिनका अपराध करने में इस्तेमाल किया गया था।
एसीपी गर्ग ने कहा, ‘चेन्नई पुलिस द्वारा गठित विशेष टीमों ने तीन और संदिग्धों को पकड़ा है। अब तक की जांच से पता चलता है कि अगस्त 2023 में आर्कोट सुरेश की एक गिरोह ने हत्या कर दी थी। सुरेश के परिवार और सहयोगियों का मानना है कि यह आर्मस्ट्रांग के निर्देश पर या उनके द्वारा रची साजिश के तहत किया गया था।’
एसीपी ने कहा, ‘आर्मस्ट्रांग की हत्या आर्कोट सुरेश के सहयोगियों ने की थी। इस पूरे मामले में सुरेश का भाई भी शामिल था, जिन्हें हमने गिरफ्तार कर लिया है। चेन्नई पुलिस ने मामले की व्यापक जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।’
इससे पहले शनिवार को ग्रेटर चेन्नई के पुलिस आयुक्त संदीप राय राठौर ने बसपा नेता की हत्या के मामले में किसी भी राजनीतिक पहलू से इनकार किया था।
कब और कहां हुई बसपा नेता की हत्या
इस हत्या की वारदात के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया था कि बसपा नेता आर्मस्ट्रांग की शुक्रवार शाम सवा सात बजे उस समय हत्या कर दी गई, जब वह यहां पेरंबूर में बन रहे अपने घर की ओर जा रहे थे। इस दौरान इस हमले में उनके साथ मौजूद चार लोग भी घायल हो गए। पुलिस कमिश्नर ने कहा था कि आर्मस्ट्रांग को उनके समर्थकों ने स्थानीय अस्पताल पहुंचाया था और बाद में वहां उनकी मौत हो गई।