ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास के बेटे ललित कुमार पर हाल ही में मारपीट का आरोप लगा है। यह मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। अब बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि घटना के 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस चुप है, सरकार और प्रशासन चुप है। यहां तक कि राज्य की नई सरकार तक शांत है।
बीजद नेता लेखाश्री सामंतसिंघर ने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में, जो हमारे संविधान के आधार पर कानून के शासन द्वारा शासित है, ओडिशा के राज्यपाल के बेटे ने राजभवन में काम कर रहे एएसओ को बहुत बेरहमी से पीटा और उन्हें अपमानित किया। इस घटना के 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस चुप है, सरकार, प्रशासन चुप है और मुझे आश्चर्य है कि राज्य में नई भाजपा सरकार ने एक बयान भी जारी नहीं किया है। उन्होंने राज्यपाल के बेटे के इस कृत्य की निंदा भी नहीं की है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘नवीन पटनायक की सरकार के दौरान जब भी कोई व्यक्ति कानून से परे गया तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया या कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा। मगर मुझे नहीं पता कि मोहन माझी सरकार राज्यपाल के बेटे को इतनी सुरक्षा क्यों दे रही है। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि यहां कानून सबके लिए अलग-अलग हैं। हम तुरंत राज्यपाल के बेटे की गिरफ्तारी की मांग करते हैं। उन्हें कानून का सामना करना चाहिए।’
अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें: कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बिजय पटनायक ने कहा, ‘पार्टी मांग कर रही है कि इस मामले में राज्यपाल के बेटे के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि ड्यूटी के दौरान किसी व्यक्ति पर हमला करना एक गंभीर अपराध है। ऐसी लापरवाही के लिए इन्हें नहीं छोड़ा जा सकता है। इसलिए पुलिस को सक्रिय होना होगा और अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना होगा।’
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी की मांग है। हमारी युवा कांग्रेस राज्यपाल के बेटे की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और हम मांग करते हैं कि कार्रवाई तुरंत की जानी चाहिए। अन्यथा कार्रवाई करने का पूरा उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा।
यह है पूरा मामला
ओडिशा राजभवन में तैनात 47 वर्षीय बैकुंठ प्रधान हाउसहोल्ड सेक्शन में सहायक अनुभाग अधिकारी के पद तैनात है। बता दें कि प्रधान की पत्नी सयोज ने आरोप लगाया था कि सात जुलाई को पुरी स्थित राजभवन में दास के बेटे ललित कुमार और उनके पांच साथियों ने उनके साथ मारपीट की थी।
उन्होंने कहा था, ‘सात जून की रात को राज्यपाल के बेटे ने मेरे पति को अपने कमरे में बुलाया और उन्हें बुरी तरह पीटा। वह खुद को बचाने के लिए बाहर आए, लेकिन दो लोगों ने उन्हें घसीटकर पीटा। वह बुरी तरह घायल हैं। उन्हें इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्हें (राज्यपाल के बेटे को) स्टेशन से लेने के लिए एक लग्जरी कार चाहिए थी, लेकिन उस दौरान राष्ट्रपति के दौरे के कारण कई गाड़ियां ड्यूटी पर थीं। मेरे पति ने एक मारुति सुजुकी कार भेजी, जो उपलब्ध थी। उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिला, इसलिए उन्होंने मेरे पति को पीटा। मेरे पति राज्यपाल से भी मिले, लेकिन उन्होंने अच्छा जवाब नहीं दिया। हमने पुरी बीच पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। हम चाहते हैं कि आरोपियों को सजा मिले और हमें न्याय मिले।
हालांकि, इस मामले के सामने आने के बाद पुरी राजभवन के अधिकारी बैकुंठ प्रधान का तबादला गृह विभाग में कर दिया गया। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया, संसदीय कार्य विभाग में सहायक अनुभाग अधिकारी एवं वर्तमान में राज्यपाल सचिवालय में तैनात प्रधान को तत्काल प्रभाव से गृह विभाग में स्थानांतरित और तैनात किया जाता है।